सुंदरबनी के पर्वतीय क्षेत्रों में मानव सभ्यता/निवास मुख्य रूप से पीने के पानी और घरेलू उपयोग के लिए कुओं (बावली)पर निर्भर हैं। कुएँ हमारे क्षेत्रों के लिए जल आपूर्ति की जीवन रेखा हैं।
बोंटा बावली(कुआँ )हमारे गाँव बांदराई में सबसे अच्छे प्राकृतिक कुओं में से एक है। यह कलुरा देवता दवेस्थान के पास खरदोटा में वार्ड नंबर एक में मौजूद है।यह हमारे गाँव का एकमात्र प्राकृतिक कुआँ है जिसमें कोई कृत्रिम निर्माण नहीं किया गया है और इसकी मौलिकता में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।
ऐसे पारंपरिक जल संसाधन अब वन और वृक्ष आवरण की कमी, पारंपरिक ज्ञान की हानि और अनियंत्रित विकास के कारण घट रहे हैं। इन प्राकृतिक जल संसाधनों पर लोगों का ध्यान तभी जाता हैजब आधुनिक जल पाइपलाइनें गर्मियों में खराब या बंद हो जाती है। इन महत्वपूर्ण जल संसाधनों की उपेक्षा के पीछे महत्वपूर्ण कारण आधुनिकीकरण है, जिसके कारण शिक्षित ग्रामीणों के नजदीकी कस्बों और शहरों की ओर पलायन के कारण रखरखाव की कमी के साथ-साथ ग्रामीणों में पारंपरिक ज्ञान की हानि हुई है।
फिर भी, आशा है कि हम इन संसाधनों का संरक्षण कर सकते हैं। कई ग्रामीण अभी भी स्थानीय कुओं से पानी पीना पसंद करते हैं और पाइपलाइनों के पानी का उपयोग केवल अपनी अन्य दैनिक जरूरतों जैसे कपड़े, बर्तन धोने और स्नान के लिए करते हैं। इन लोगों द्वारा अपनाई जाने वाली कुछ पारंपरिक प्रथाएं इतनी वैज्ञानिक हैं कि अगर उन्हें हममें से बाकी लोगों द्वारा अपनाया जाए, तो जल संकट की समस्या हल हो सकती है।ग्रामीणों द्वारा की जाने वाली मुख्य प्रथाओं में से एक है गर्मियों में या मानसून के दौरान कुओं के पास सफाई अभियान और वार्षिक भंडारा करना है।
आप सभी को यह जानकर बहुत खुशी होगी कि भगवान जी और हमरे पूर्वजों की असीम कृपा से हर साल की तरह इस साल भी दिनांक 4th July 2024, दिन गुरुवार को गांव वालों की तरफ से कलुरा देवता दवेस्थान के पास खरदोटा में वार्ड नंबर एक में बोंटा बावली के पास धाम/भंडारे का आयोजन किया जा रहा है..
अतः आप सभी से निवेदन है कि आप सभी परिवार सहित पहुंच कर भण्डारे का प्रसाद ग्रहण कर प्रकृति का आर्शीवाद प्राप्त करें..🙏
❉ स्थळ :कलुरा देवता दवेस्थान खरदोटा (ग्राम बांदराई)❉
❉भंडारा:12 बजे से हरि इच्छा तक.❉
❉ निमंत्रक : सभी ग्रामवासी❉
“जल ही जीवन है” ..
धन्यवाद 🙏
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